एपस्टीन क्लाइंट लिस्ट: क्या दुनिया को हिला देगा इसका खुलासा? जानिए- इस केस से जुड़ी सारी बातें

Authored byसूर्यकांत पाठक|Navbharat Times
Subscribe

कभी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का दोस्त रहे यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन ने जेल में आत्महत्या की थी या उसकी हत्या की गई थी? एपस्टीन के कम उम्र की लड़कियों की तस्करी करने के मामले का खुलासा होने पर ट्रम्प ने उससे दूरी क्यों बना ली? इस मामले में ट्रम्प के बयान बदलते क्यों रहे? इस मामले में कई सवाल हैं जो बड़े षड्यंत्र की ओर इशारा कर रहे हैं।

डोनाल्ड ट्रम्प, मेलानिया, जेफरी एपस्टीन और गिस्लेन मैक्सवेल की सन 2000 की तस्वीर।
नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प , उनके सहयोगियों और उनकी सरकार में शामिल कुछ लोगों ने समय-समय पर जेफरी एपस्टीन की मौत को लेकर कई तरह की बातें की थीं। अब वही लोग उन बातों को गलत साबित करने में लगे हैं। ट्रम्प ने पहले एपस्टीन की मौत को आत्महत्या मानने से इनकार किया था और कई तरह के षड्यंत्रों की बातें की थीं। लेकिन अब जब उनके समर्थक उन्हीं षड्यंत्रों को सच मान रहे हैं तो ट्रम्प और उनके सहयोगी उन बातों को गलत बता रहे हैं। ट्रम्प ने अपने कुछ समर्थकों को "कमजोर" तक कह दिया है क्योंकि वे एपस्टीन की कहानियों पर विश्वास करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि डेमोक्रेटों ने यह कहानियां बनाई हैं। अब ट्रम्प और उनके सहयोगी यह साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि एपस्टीन मामले में कोई सच्चाई नहीं है।

जेफरी एपस्टीन की जेल में मौत के समय अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ही थे। मौत के बाद उन्होंने कहा था कि अधिकारी शायद इसे आत्महत्या बताकर गलती कर रहे हैं। ट्रम्प के समर्थक मीडिया ने तो यहां तक कह दिया था कि एपस्टीन की हत्या इसलिए की गई ताकि हाई प्रोफाइल वर्ग द्वारा बच्चों के यौन शोषण के दशकों पुराने मामले को दबाया जा सके।
अब ट्रम्प फिर से व्हाइट हाउस में हैं। उन्होंने एपस्टीन के षड्यंत्रों का समर्थन करने वालों को लॉ इनफोर्समेंट में ऊंचे पद दे दिए हैं। अब वे लोग उस आग को बुझाने की कोशिश कर रहे हैं जिसे उन्होंने सालों तक भड़काया था। ट्रम्प के ज्यादातर समर्थक उनकी पहले की बातों पर विश्वास कर रहे हैं। वे यह मानने को तैयार नहीं हैं कि सरकारी फाइलों में कोई सच्चाई नहीं है।

एपस्टीन के षड्यंत्रों को हवा देने के बाद अब उन्हें बुझाने की कोशिश क्यों?


आइए देखते हैं कि कैसे ट्रम्प और उनके सहयोगियों, जैसे कि अटॉर्नी जनरल और फेडरल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (FBI) के अधिकारियों ने सालों तक एपस्टीन के षड्यंत्रों को हवा दी और अब वे उन्हें कैसे बुझाने की कोशिश कर रहे हैं।

डोनाल्ड ट्रम्प और जेफरी एपस्टीन दोस्त थे। एपस्टीन के यौन अपराधों के बारे में पता चलने से पहले वे और ट्रम्प दोस्त थे। दोनों न्यूयॉर्क के रहने वाले थे और फ्लोरिडा के पाम बीच में उनके घर थे। ट्रम्प को एपस्टीन के सामाजिक जीवन और कम उम्र की महिलाओं में रुचि के बारे में पता था। हालांकि, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ट्रम्प को पता था कि एपस्टीन नाबालिगों की तस्करी में शामिल था, जैसा कि उन पर अभियोजकों का आरोप है।

(यहां अटैच की गई सन 2000 की तस्वीर में तब के अमेरिकी रियल एस्टेट डेवलपर डोनाल्ड ट्रम्प और उनकी प्रेमिका (जो बाद में उनकी पत्नी बनी) पूर्व मॉडल मेलानिया नॉस, फाइनेंसर (बाद में दोषी ठहराया गया यौन अपराधी) जेफरी एपस्टीन और ब्रिटिश सोशलाइट गिस्लेन मैक्सवेल। यह तस्वीर 12 फरवरी, 2000 को फ्लोरिडा के पाम बीच पर स्थित मार-ए-लागो क्लब में ली गई थी।Getty Images)

जेफ को मेरी तरह खूबसूरत कम उम्र की महिलाएं पसंद: ट्रम्प, 2002 के एक इंटरव्यू में


डोनाल्ड ट्रम्प ने सन 2002 में न्यूयॉर्क मैगजीन को एपस्टीन के बारे में बताया था, "मैं जेफ (जेफरी एपस्टीन) को 15 साल से जानता हूं। वह बहुत बढ़िया आदमी है। उसके साथ रहना मजेदार है। यह भी कहा जाता है कि उसे भी मेरी तरह खूबसूरत महिलाएं पसंद हैं, और उनमें से कई कम उम्र की हैं।" ट्रम्प के अनुसार, बाद में उनकी दोस्ती टूट गई। उन्होंने तब से एपस्टीन से दूरी बना ली है और हाल ही में उन्होंने अपने रिश्ते को 2002 में बताए गए रिश्ते से कहीं ज्यादा दूर का बताया है।

एपस्टीन को 9 जुलाई, 2019 को सेक्स ट्रैफिकिंग के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद ट्रम्प ने कहा, "मैं उसे वैसे ही जानता था जैसे पाम बीच में हर कोई उसे जानता था। मेरा मतलब है, पाम बीच में लोग उसे जानते थे। वह पाम बीच में एक जाना-माना चेहरा था। मेरा उससे बहुत पहले झगड़ा हो गया था। मुझे नहीं लगता कि मैंने उससे 15 साल से बात की है। मैं उसका प्रशंसक नहीं था।"

जेल में बंद होने के एक माह बाद एपस्टीन मृत मिला


तीन दिन बाद ट्रम्प से पूछा गया कि एपस्टीन के साथ उनका झगड़ा क्यों हुआ और क्या फाइनेंसर को मार-ए-लागो, ट्रम्प के पाम बीच स्थित घर से प्रतिबंधित कर दिया गया था। ट्रम्प ने कहा, "हां, मेरा बहुत पहले झगड़ा हो गया था। इसका कारण कोई मायने नहीं रखता, सच कहूं तो।" उन्होंने कहा कि उन्हें "कोई अंदाजा नहीं" था कि एपस्टीन महिलाओं का यौन शोषण कर रहा था। एक महीने बाद 10 अगस्त, 2019 को एपस्टीन न्यूयॉर्क शहर के जेल सेल में मृत पाया गया। उसकी मौत को आत्महत्या बताया गया।

डोनाल्ड ट्रम्प ने षड्यंत्र के सिद्धांतों की ओर इशारा किया। जिस दिन एपस्टीन अपनी सेल में मिला, ट्रम्प ने एक सोशल मीडिया पोस्ट साझा किया जिसमें उसकी मौत को पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन से जोड़ा गया था। ट्रम्प ने 13 अगस्त, 2019 को संवाददाताओं से कहा, "मैं पूरी जांच चाहता हूं, और मैं यही मांग कर रहा हूं।"

क्या पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन इस मामले में शामिल थे?


जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें सच में लगता है कि क्लिंटन एपस्टीन की मौत में शामिल थे, तो ट्रम्प ने क्लिंटन के एपस्टीन के निजी विमान में यात्रा करने के बारे में विस्तार से बताया। ट्रम्प ने कहा, "क्योंकि एपस्टीन का एक द्वीप था जो अच्छी जगह नहीं थी, जैसा कि मैंने सुना है। और मैं वहां कभी नहीं गया। तो आपको पूछना होगा- क्या बिल क्लिंटन द्वीप पर गए थे?"

साल 2020 में Axios के साथ एक इंटरव्यू में ट्रम्प ने न्यूयॉर्क के मेडिकल एग्जामिनर के इस फैसले पर संदेह जताया कि एपस्टीन की मौत आत्महत्या थी। उनसे गिसलेन मैक्सवेल के बारे में पूछा गया, जो एपस्टीन की लंबे समय से साथी थीं। मैक्सवेल पर एक महीने पहले किशोर लड़कियों को एपस्टीन द्वारा यौन शोषण के लिए लुभाने का आरोप लगाया गया था। इस पर ट्रम्प ने विवादास्पद रूप से जवाब दिया था: "मैं उसके अच्छे की कामना करता हूं।"

मामले में एपस्टिन की साथी गिसलेन मैक्सवेल के अच्छे की कामना!


डोनाल्ड ट्रम्प ने 3 अगस्त, 2020 को Axios को बताया, "ठीक है, उसका बॉयफ्रेंड जेल में मर गया और लोग अभी भी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह कैसे हुआ? क्या यह आत्महत्या थी? क्या उसे मार दिया गया था? और मैं उसके अच्छे की कामना करता हूं। मैं उसके लिए कुछ बुरा नहीं चाहता। मैं किसी के लिए बुरा नहीं चाहता।"

डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्रपति का पहला कार्यकाल खत्म होने और उनके छोड़ने के बाद, मैक्सवेल को 2021 में दोषी ठहराया गया और 20 साल की जेल की सजा सुनाई गई। उसके बाद के वर्षों में ट्रम्प ने कहा है कि उन्हें यकीन नहीं है कि एपस्टीन ने आत्महत्या की थी या नहीं। साल 2024 के चुनाव अभियान के दौरान फॉक्स न्यूज के एक इंटरव्यू में ट्रम्प ने तब टालमटोल किया जब उनसे पूछा गया कि क्या वह एपस्टीन फाइलों को जारी करेंगे। उनका इस पर गैर जिम्मेदाराना जवाब तब आया जब उन्होंने 11 सितंबर, 2001 के हमलों और जॉन एफ कैनेडी की हत्या से संबंधित फाइलों को बिना किसी हिचकिचाहट के सार्वजनिक करने पर सहमति जताई थी।

ट्रम्प ने 2 जून, 2024 को कहा, "मुझे लगता है कि मैं करूंगा। मुझे लगता है कि ऐसा कम है, क्योंकि आप लोगों के जीवन को प्रभावित नहीं करना चाहते हैं अगर उसमें नकली चीजें हैं, क्योंकि उस पूरी दुनिया में बहुत सारी नकली चीजें हैं। लेकिन मुझे लगता है कि मैं करूंगा।"

एफबीआई के डायरेक्टर का सवाल- यौन अपराधी कौन हैं?


डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने सहयोगियों को आगे बढ़ाया। एफबीआई का नेतृत्व करने के लिए ट्रम्प की अपरंपरागत पसंद - डायरेक्टर काश पटेल और डिप्टी डायरेक्टर डैन बोंगिनो आए। वे फेडरल लॉ इनफोर्समेंट में शामिल होने से पहले ट्रम्प के "मेक अमेरिका ग्रेट अगेन" मूवमेंट में टिप्पणीकार थे। अपनी पिछली भूमिकाओं में दोनों ने आक्रामक रूप से इस सिद्धांत को बढ़ावा दिया कि एपस्टीन को चुप कराने के लिए मार दिया गया था।

साल 2023 में बेनी जॉनसन के पॉडकास्ट में काश पटेल इस बात से नाराज थे कि हाउस रिपब्लिकन एपस्टीन के शक्तिशाली सहयोगियों की कथित सूची को जारी करने के लिए कड़ी मेहनत नहीं कर रहे थे। यह लिस्ट एक ऐसा दस्तावेज है जिसके बारे में पटेल के नेतृत्व वाला FBI अब कहता है कि वह मौजूद नहीं है। काश पटेल ने 19 दिसंबर, 2023 को जॉनसन द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए इंटरव्यू में कहा था, "हाउस रिपब्लिकन क्या कर रहे हैं? उनके पास बहुमत है। क्या आप लिस्ट हासिल नहीं कर सकते? हमें बताओ कि बाल यौन अपराधी कौन हैं।"

FBI के डिप्टी डायरेक्टर ने कहा था- हाईप्रोफाइल वर्ग से जुड़ा एक व्यापक षड्यंत्र


एक पॉडकास्टर के रूप में बोंगिनो ने एपस्टीन की कहानी को "हमारे समय के सबसे बड़े राजनीतिक घोटालों में से एक" कहा और इसे दुनिया भर के हाईप्रोफाइल वर्ग से जुड़ा एक व्यापक षड्यंत्र बताया। बोंगिनो ने 4 मई, 2023 को अपने शो में पूछा, "वे जेफरी एपस्टीन के साथ क्या छिपा रहे हैं? क्लिंटन, ओबामा के अधिकारी, बड़े पैसे वाले वामपंथी, इजरायल के एक पूर्व प्रधानमंत्री - वे इस जेफरी एपस्टीन की कहानी को इतनी बुरी तरह से क्यों खत्म करना चाहते हैं?"

अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने न्याय विभाग में पदभार संभालने के बाद भी षड्यंत्र को हवा दी। फॉक्स न्यूज पर एक फरवरी के इंटरव्यू में बॉन्डी ने कहा कि कथित एपस्टीन क्लाइंट सूची "समीक्षा के लिए अभी मेरी डेस्क पर है।" बाद में उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "एपस्टीन के बच्चों या बाल पोर्न के हजारों वीडियो हैं।" डोनाल्ड ट्रम्प और उनकी टीम अब जिन्न को वापस बोतल में डालने की कोशिश कर रहे हैं। काश पटेल, बोंगिनो और बॉन्डी अब अपने पहले के बयानों का खंडन कर रहे हैं।

जस्टिस डिपार्टमेंट बात से पलटा, कहा- कोई "क्लाइंट लिस्ट" नहीं


डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने इस महीने कहा कि एपस्टीन ने ताकतवर लोगों की कोई "क्लाइंट सूची" नहीं रखी थी, जिनके लिए उसने नाबालिग लड़कियों की तस्करी की थी। उसने कहा कि अब कोई और फाइल जारी नहीं की जाएगी। पटेल और बोंगिनो ने आश्वासन दिया कि उन्होंने सबूतों की समीक्षा की है और एपस्टीन द्वारा आत्महत्या करने पर संदेह करने का कोई कारण नहीं है। काश पटेल ने 8 मई को एक सीनेट सुनवाई में गवाही दी, "मेरा मानना है कि उसने मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में एक सेल में फांसी लगा ली।"

ट्रम्प खुद सबसे आक्रामक रहे हैं। बुधवार को ट्रुथ सोशल पर एक लंबी पोस्ट में उन्होंने अपने "पिछले समर्थकों" पर हमला किया जो एपस्टीन षड्यंत्र के सिद्धांतों में विश्वास करते थे। उन्होंने उन्हें "कमजोर" बताते हुए कहा कि उन्हें "अब उनका समर्थन नहीं चाहिए!" उन्होंने बिना सबूत दिए दावा किया कि डेमोक्रेटों ने एपस्टीन की कहानियां गढ़ी हैं जो उनके समर्थकों को उत्साहित करती हैं। ट्रम्प ने लिखा, "उनका नया घोटाला वह है जिसे हम हमेशा के लिए जेफरी एपस्टीन होक्स (झांसा) कहेंगे।"

पहले एपस्टीन की मौत पर सवाल, फिर लिया यू-टर्न


शनिवार को एक और लंबी पोस्ट में उन्होंने बॉन्डी का समर्थन किया और अपने समर्थकों से आगे बढ़ने का आग्रह किया। ट्रम्प ने लिखा, "मेरे 'लड़कों' और कुछ मामलों में, 'लड़कियों' के साथ क्या हो रहा है? वे सभी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी पर हमला कर रहे हैं, जो शानदार काम कर रही हैं!"

यानी कि डोनाल्ड ट्रम्प और उनके सहयोगियों ने पहले एपस्टीन की मौत के बारे में कई तरह की बातें कीं, लेकिन अब वे उन बातों को गलत साबित करने में लगे हैं। अब वे यह साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि एपस्टीन मामले में कोई सच्चाई नहीं है। अब ट्रम्प फिर से व्हाइट हाउस में हैं। उन्होंने एपस्टीन के षड्यंत्रों का समर्थन करने वालों को ऊंचे पद दे दिए हैं। अब वे लोग उस आग को बुझाने की कोशिश कर रहे हैं जिसे उन्होंने सालों तक भड़काया था। पूर्व में ट्रम्प की अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने कहा था कि उनके पास एपस्टीन क्लाइंट लिस्ट है। लेकिन अब जस्टिस डिपार्टमेंट का कहना है कि ऐसी कोई लिस्ट नहीं है। एफबीआई के डायरेक्टर काश पटेल ने पहले कहा था कि हाउस रिपब्लिकन को एपस्टीन के सहयोगियों की सूची जारी करनी चाहिए। लेकिन अब FBI का कहना है कि ऐसी कोई सूची मौजूद नहीं है।

अब क्लाइंट लिस्ट पर अटॉर्नी जनरल और एफबीआई अधिकारी आमने-सामने


हालांकि अब एक नई कहानी शुरू हो रही हैं जिसमें फेडरल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन के डायरेक्टर भारत मूल के काश पटेल (कश्यप प्रमोद पटेल) और डिप्टी डायरेक्टर डैनियल जॉन बोंगिनो अपने-अपने पदों से इस्तीफा देने का विचार कर रहे हैं। बताया जाता है कि वे ऐसा इसलिए कर सकते हैं क्योंकि उन्हें अटॉर्नी जनरल पामेला जो बॉन्डी (Pam Bondi) के काम करने के तरीके से परेशानी है। बॉन्डी ने जेफरी एपस्टीन से जुड़े दस्तावेजों को सार्वजनिक करने से मना कर दिया है। इससे काश पटेल और बोंगिनो नाराज हैं। उनका मानना है कि एपस्टीन के मामले में पूरी पारदर्शिता होनी चाहिए।

कुल मिलाकर इस मामले में कम उम्र के लड़के, लड़कियों के बड़े पैमाने पर सेक्स के लिए इस्तेमाल के लिए मानव तस्करी किए जाने की आशंका है। इसमें अमेरिका सहित दुनिया के कई नामी-गिरामी व्यक्तित्व शामिल रहे हैं। एपस्टीन क्लाइंट लिस्ट में उन सभी के नाम हैं। आशंका है कि अब तक रहस्य बनी हुई यह लिस्ट सामने आने पर राजनीतिक भूचाल आ सकता है।


(एसोसिएटेड प्रेस के इनपुट के साथ)
सूर्यकांत पाठक

लेखक के बारे मेंसूर्यकांत पाठकसूर्यकांत पाठक पिछले 30 वर्षों से पत्रकारिता कर रहे हैं. सन 1995 में दैनिक भास्कर में बतौर रिपोर्टर शुरुआत की और फिर नईदुनिया, अमर उजाला, ईटीवी, पीपुल्स समाचार, लोकमत समाचार और एनडीटीवी में सेवाएं दीं.दिल्ली सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में सभी माध्यमों प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल मीडिया के साथ रेडियो में भी काम किया. अंतरराष्ट्रीय मामले, पर्यावरण, समाज, कला, संस्कृति, साहित्य, फिल्म जैसे विषयों पर विश्लेषण और ब्लॉग लिखते हैं.... और पढ़ें

कन्वर्सेशन शुरू करें

रेकमेंडेड खबरें

अगला लेख

Usaकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर